निमोनिया (Pneumonia)
निमोनिया (Pneumonia)
किसी एक बीमारी से हमारे देश में इतनी मौतें नहीं होतीं जितनी निमोनिया (Pneumonia ) से होती हैं। निमोनिया से बचाव और इसका इलाज बेहद सुगम है लेकिन अकसर लोगों के पास इसके जुड़ी जानकारी नहीं होती। जानिए निमोनिया के विषय में सभी बातें। 

निमोनिया क्या है (About Pneumonia in Hindi)

निमोनिया मुख्यत: फेफड़े का संक्रमण होता है, जो किसी भी उम्र में हो सकता है। हवा में मौजूद बैक्टीरिया और वायरस सांस के माध्यम से फेफड़ों तक पहुंच जाता है। 

कई बार फंफूद की वजह से भी फेफड़े संक्रमित (इन्फेक्शंस) हो जाते है। अगर कोई व्यक्ति पहले से किसी बीमारी जैसे फेफड़ों के रोग, हृदय रोग (Lung disease, Heart disease) से पीड़ित है तो उन्हें गंभीर संक्रमण यानि गंभीर निमोनिया (Severe Pneumonia) होने का खतरा रहता है।

निमोनिया (Pneumonia) में जब एक या दोनों फेफड़े में तरल पदार्थ भर जाता है है तो फेफड़े को ऑक्सीजन लेने में कठिनाई होने लगती है। बैक्टीरिया से होने वाला निमोनिया दो से चार सप्ताह में ठीक हो सकता है, जबकि वायरस से होने वाले निमोनिया को ठीक होने में अधिक समय लग जाता है।

निमोनिया के लक्षण

  • छोटे या नवजात बच्चों में कोई विशेष लक्षण दिखाई नहीं देता है।
  • बच्चे देखने से बीमार लगें तो उन्हें निमोनिया हो सकता है।
  • सर्दी, हाई फीवर, कफ, कंपकपी, शरीर में दर्द, सिर दर्द, मांसपेशियों में दर्द।
निमोनिया होने की मुख्य वजह सर्दी को माना जाता है लेकिन स्वास्थ्य विज्ञान के अनुसार निमोनिया होने के कुछ अन्य कारण भी हैं।  

निमोनिया होने के कुछ कारण (Causes of Pneumonia in Hindi) 

  • बैक्टीरिया
  • वायरस
  • फंगस
  • इसके अतिरिक्त कुछ रसायनों और फेफड़े में लगी चोट के कारण भी निमोनिया होता है।

सामान्य उपचार

निमोनिया से बचाव और रोकथाम (Treatment of Pneumonia in Hindi)

रोगी को एक स्वच्छ कमरे में रखें। इस बात का ध्यान रखे कि रोगी के कमरे में सूर्य का प्रकाश अवश्य आये।
शरीर, खासकर छाती और पैरों, को गर्म रखने के लिए कमरे को गर्म रखें तथा रोगी को अच्छी तरह से ढकें।
सीने में दर्द और बेचैनी से राहत पाने के लिए, एक चम्मच लहसुन का रस ले सकते हैं ।
तुलसी भी निमोनिया में बहुत उपयोगी है। तुलसी के कुछ ताजे पत्तों का रस लेकर उसमें काली मिर्च पीस कर मिला लें और यह रस हर छह घंटे के अंतराल पर दें ।
अधिकांशतः: निमोनिया (Pneumonia) का इलाज, डॉक्टर की देख रेख में, बिना अस्पताल में दाखिल हुए हो सकता है।
आमतौर पर, मौखिक एंटीबायोटिक दवाओं, आराम, तरल पेय पदार्थ, और घर पर देखभाल पूर्ण स्वास्थ्य लाभ के लिए पर्याप्त हैं। 

निमोनिया के घरेलू उपचार (Home Remedies Pneumonia)

भारत वर्ष में निमोनिया (Pneumonia), किसी अन्य बीमारी के मुकाबले, मृत्यु का सबसे बड़ा कारण है।  

  • निमोनिया मूलतः फेफड़ो (Lungs) में संक्रमण होने से होता है। 
  • पहले से बीमार लोगों की प्रतिरक्षा प्रणाली (Immune System) पहले से ही कमजोर होती है इसलिए स्वस्थ लोगों के मुकाबले उन्हें निमोनिया होने की संभावना अधिक होती है।  

निमोनिया के घरेलू उपचार  (Home Remedies For Pneumonia)

  • हल्दी, काली मिर्च, मेथी और अदरक जैसे प्रतिदिन उपयोग में आने वाले खाद्य प्रदार्थ फेफड़ों के लिए फायदेमंद होते हैं। 
  • तिल के बीज भी निमोनिया के उपचार में सहायक होते हैं। 300 मिलीलीटर पानी में 15 ग्राम तिल के बीज, एक चुटकी साधारण नमक, एक चम्मच
  • अलसी और एक चम्मच शहद मिलकर प्रतिदिन उपयोग करने से फेफड़ों से कफ बाहर निकलता है। 
  • ताजा अदरक का रस लेने या अदरक को चूसने से भी निमोनिया में आराम मिलता है।        
  • थोड़े से गुनगुने पानी के साथ शहद लेना भी लाभदायक रहता है।  
  • गर्म तारपीन तेल का और कपूर के मिश्रण से छाती पर मालिश करने से निमोनिया से राहत मिलती है। 
  • रोगी का कमरा स्वच्छ, और गर्म होना चाहिए। कमरे में सूर्य की रौशनी अवश्य आनी चाहिये।  
  • रोगी के शरीर को गर्म रखें, विशेषकर छाती और पैरों को।  
  • तुलसी भी निमोनिया में बहुत उपयोगी है। तुलसी के कुछ ताजे पत्तों का रस, एक चुटकी काली मिर्च में मिलकर रख लें और हर छ घंटे के बाद दें।