हाल ही में टेलिकॉम कंपनी रिलायंस जियो के 12 करोड़ यूजर्श का डाटा magicapk.com नाम की वेबसाइट पर लीक किया गया था। लीक हुए डाटा में इमेल आईडी, फोन नंबर, पूरा नाम जैसी जानकारियां थीं। खबरों के अनुसार, आधार नंबर लीक नहीं किया गया था। हालांकि, आधार वेरिफिकेशन के बाद ही कई जियो नंबर जारी किए गए थे। हालांकि, इस साइट को अब बंद कर दिया गया है। इस घटना को देखते हुए स्मार्टफोन यूजर्स को सावधानी के तौर पर कुछ बातों का ख्याल रखना बेहद जरुरी है जिससे उनकी जानकारी को आगे जाकर किसी तरह का कोई खतर न हो। इस पोस्ट में हम आपको कुछ ऐसी टिप्स बता रहे हैं जो हर स्मार्टफोन यूजर को पता होनी चाहिए। इससे आप रिस्क को कम कर सकते हैं।
जानने योग्य बातें-
1. जब भी स्मार्टफोन यूजर्स किसी भी ऐप को डाउनलोड कर इंस्टॉल करते हैं, तो उस समय यूजर से परमिशन मांगी जाती है। ऐसे में अक्सर यूजर्स बिना पढ़े परमिशन दे देते हैं, जो बाद में आपको नुकसान पहुंचा सकता है।
2. ऐप इंस्टॉल करते वक्त डाटा को एक्सेस करने का ऑप्शन आता है। प्लेस्टोर पर इस समय हजारों फेक और इंफेक्टेड ऐप्स मौजूद हैं, ऐसे में किसी भी ऐप को डेटा एक्सेस की परमिशन न दें। इससे यूजर्स की निजी जानकारी हैक होने का खतरा रहता है।
3. सिक्योरिटी प्रोवाइडर कंपनी साइटलॉक की एक रिपोर्ट के अनुसार, सोशल मीडिया पर यूजर्स की उपस्थिति साइबर अटैक में अहम होती है। ऐसी वेबसाइट्स जो ट्विटर, इंस्टाग्राम या फेसबुक से लिंक होती हैं, उनके हैक होने की संभावना 1.5 गुना ज्यादा होती है।
4. ध्यान रहे कि अपने बैंक अकाउंट, पासवर्ड की डिटेल आदि स्मार्टफोन में सेव न करें। साथ ही यह सभी जानकारी ई-मेल आईडी पर भी न रखें।
5. जिन एप्स को बड़े लेवल पर इस्तेमाल किया जा रहा है उन्हें ही यूज करें। क्योंकि कई एप्स ऐसे होते हैं जो आपके डाटा को हैक कर सकती हैं।
6. अगर फोन से जुड़ी मुसीबत से बचना चाहते हैं, तो बड़े लेवल पर इस्तेमाल होने वाले ऐप्स को ही यूज करें। प्लेस्टोर पर कई फेक ऐप्स मौजूद हैं, जो देखने में बिल्कुल रीयल ऐप्स के जैस ही लगते हैं। ये ऐप्स फोन में इंस्टॉल होने के बाद यूजर्स की जानकारी थर्ड पार्टी को पहुंचा देते हैं।
7. अगर आपको अपने डाटा की सुरक्षा का खतरा है या फिर ये लगता है कि आपका डाटा हैक किया गया है, तो तुरंत सर्विस प्रोवाइडर और साइबर सेल को सूचित करें। जितनी देर करेंगे उतनी ही आपकी परेशानी बढ़ती जाएगी।
8. फोन में वायरस के खतरे को कम करने के लिए यूजर्स फोन की सिक्योरिटी सेटिंग में जाकर परमीशन सेक्शन को कस्टमाइज कर सकते हैं। अगर यूजर ने अनजाने में ही ऐप को परमिशन दी हुई है, तो उसे अनइंस्टॉल कर दोबारा इंस्टॉल किया जा सकता है।
9. फोन की सिक्योरिटी सेटिंग में जाकर आप परमीशन सेक्शन को कस्टमाइज कर सकते हैं। वहीं, अगर आपने किसी एप में परमीशन दी हुई है तो उसे अनइंस्टॉल कर दोबारा इंस्टॉल करें।
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