इस जगत में माँ की महिमा अपरम्पार है , माँ के प्यार की ,त्याग की कोई तुलना नहीं की जा सकती और जब इस अनमोल रूप में दैविक शक्ति का वाश हो जाये ममता के साथ साथ आशीष स्नेह प्राप्त करके मनुष्य का जीवन सार्थक हो जाता है | अत: हिन्दू धर्म में सभी देवी माँ अपने भक्तो के लिए करुणामई और सुखो का संचार करने वाली है |
माँ की महिमा का गुणगान करने का पर्व है नवरात्रे :
आदिशक्ति दुर्गा की पूजा, आराधना, साधना और उनमे समर्पण का पर्व नवरात्रे कहलाता है जिसमे माँ दुर्गा के 9 रूप का 9 दिन तक गुणगान और भक्ति की जाती है |
पुराणों में मान्यता है की सबसे पहले भगवान श्री राम ने लंका विजय के ठीक १० दिन पूर्व इन शारदीय नवरात्रों में माँ भगवती की पूजा अर्चना की थी तभी से यह सनातन धर्म का मुख्य पर्व बन चूका है | इन नवरात्रों को आदि शक्ति को समर्पण करते हुए जो भी भक्त इनमे साधना करता है वह दसो महाविद्याओं की प्राप्ति कर सकता है | माँ उसका पग पग पर कल्याण करती है | भगवती के आशीष से कर्म , ज्ञान और भक्ति के पथ पर आनंद की प्राप्ति करता है | इनकी कृपा और आराधना से मनुष्यों को स्वर्ग और अपुनरावर्ती मोक्ष प्रदान होता है | रात्रि में माँ दुर्गा का जगराता या जागरण से अम्बिका को रिझाया जाता है |
चैत्र माह 2017 के नवरात्रि
चैत्र माह में आने वाले माँ दुर्गा के नवरात्रि को वसंत नवरात्रि भी कहते है | इस साल 2017 में यह 28 March से 5 April तक के नो दिन है | भगवान श्री राम का जन्मोत्सव ४ अप्रैल ( मंगलवार ) को है | नवरात्रि के घट स्थापना के साथ हिन्दू नव वर्ष की शुरुआत होती है | हिन्दू नव वर्ष के शुरू के नो दिन माँ दुर्गा की भक्ति में लगाये जाते है |
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