जब कोई महिला माँ बनने वाली होती है, तो उसे आने वाले मेहमान और खुद का ध्यान रखने के लिए कई तरह की हिदायतें और राय दी जाती है। सिर्फ घर के बड़े-बूढ़े ही नहीं, डॉक्टर्स भी उन्हें कई तरह की सलाह देते हैं।
वैसे तो महिलाओं को डिलीवरी के बाद बच्चे का ध्यान कैसे रखा जाए, क्या किया जाए, क्या न किया जाए समेत कई बातें सिखाने वाले तरह-तरह के लोग मिल जाते हैं। लेकिन पोस्ट प्रेग्नन्सी से जुड़े कई ऐसे भी तथ्य हैं, जिनके बारें में शायद ही कोई गर्भवती महिला को बताता है।
वैजाइना हमेशा ही ऐसा नहीं रहने वाला
अगर वैजाइनल चाइल्डबर्थ हुआ है तो वैजाइना हमेशा ही ब्रॉड नहीं रहने वाला है। यह समय के साथ श्रिंक हो जाता है और नार्मल स्थिति में आ जाता है।
चाइल्डबर्थ के तुरंत बाद नहीं आता ब्रेस्ट मिल्क
चाइल्डबर्थ के बाद कुछ दिनों तक colostrum (प्रीमिल्क) प्रोड्यूस होता है। नार्मल ब्रेस्ट मिल्क प्रोड्यूस होने में कुछ दिनों का वक़्त लगता है।
सीक्रेटली अपने बच्चों को करती हैं कंपेयर
मैंने मेरी दोस्त को ही कहते हुए सुना है कि यार 'उसकी बेटी तो अपनी कुकू से ज्यादा गोरी है।' ये सुनकर मुझे बड़ा अजीब लगा था। लेकिन शायद जब एक महिला माँ बनती है तो ना चाहते हुए भी वो अपने बच्चे की तुलना दूसरे बच्चों से करने लगती है।
सबकुछ सीखकर भी बहुत कुछ छूट जाता है
वैसे तो कोई इंसान कभी भी सब कुछ नहीं सीख सकता है। हाँ, लेकिन पेरेंटिंग के बारे में कोई माँ चाहे कितनी किताबें या कुछ भी पढ़ या देख ले, कई बार ऐसी परिस्थितियां आती ही हैं, जब उसे खुद का दिमाग लगाकर उससे निपटना पड़ता है।
पार्टनर के साथ भी बदलता है रिश्ता
आमतौर पर तो यही माना जाता है कि माँ को घर और बच्चे संभालना है और पिता को नौकरी व घरखर्च। लेकिन यह बिलकुल भी सही नहीं है। बच्चे की जिम्मेदारी माता-पिता दोनों की होती है और उन्हें इसी तरह काम करना होता है।
चाइल्ड बर्थ के दौरान 'पूप' होना कॉमन है
अगर आपके साथ ऐसा हो या आपने कही देखा हो तो घबराइएगा नहीं। बच्चे को जन्म देने के लिए जोर लगाना होता है और इस दौरान 'पूप' हो जाना कोई बड़ी बात नहीं है। वैसे भी कभी-कभी तो शौच के दौरान ही बच्चा जन्म ले लेता है।
बेबी 'बम्प' चुटकियों में नहीं होगा गायब
यूटेरस में बेबी होता है, इसलिए 'बेबी बम्प' दिखाई देता है, तो जब बेबी का जन्म हो गया तो इसे नार्मल हो जाना चाहिए। हैं न? लेकिन ऐसा होता नहीं है। माँ का 'बम्प' चाइल्डबर्थ के तुरंत बाद श्रिंक नहीं हो जाता। इसमें कुछ वक़्त लगता है।
मेरा बच्चा ठीक तो है?
यदि किसी महिला को अपने न्यूबोर्न में या उसकी किसी भी आदत में कुछ भी बदलाव दिखेगा, तो उसे लगेगा कि बच्चे के साथ सब ठीक तो है न? आज की मॉम्स के पास तो गूगल है।वो दिन में 50 बार इन बदलावों के बारे में सर्च करेंगी।
खुद को और बेहतर तरीके से समझने लगती है
माँ बनने के बाद सिर्फ शारीरिक ही नहीं, बल्कि कई मानसिक बदलाव भी आते हैं। महिला पहले से ज्यादा भावुक हो जाती है। वो अपनी कमजोरियों और ताकतों को और बेहतर तरीके से समझने लगती है। वो और अधिक जिम्मेदार भी हो जाती है।
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