![ये है दुनिया के सबसे ऊंचे पहाड़, यहां हर कदम पर घूमती है मौत...world top ten mountains ये है दुनिया के सबसे ऊंचे पहाड़, यहां हर कदम पर घूमती है मौत...world top ten mountains](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjCTTajpSE8p73ipxsPFcGnVed1NWs1M0DkgJX50jQJqrwptuRu4YIOcm8FoPp6EZWe7NC8_O832ozfUIh7wS9egd52X2Zw-3h1GA_-7esttcelCpldrjLkFUldBikZi94-4fvpopPLk0o/s320/Income-Tax-intelligence-social-Media.jpg)
मॉउंट एवरेस्ट: दुनिया की सबसे ऊंची चोटी एवरेस्ट पर चढ़ना कभी भी आसान नहीं रहा. एवरेस्ट पर सिर्फ 6 दशक पहले ही इंसान फतह हासिल कर पाया. इस पर उत्तर और दक्षिण की तरफ से चढ़ने के दो रास्ते हैं, पर उत्तरी रास्ता कहीं अधिक खतरनाक है.
द एंडेंज: पेरू की तरफ से अगर इसपर चढ़ना हो, तभी चढ़ा जा सकता है. अटलांटिक महासागर की रेंज में ये सबसे ऊंचा और दुर्गम पहाड़ है. अंतरिक्ष से बर्फ के रेगिस्तान सरीखा दिखता है, मौसम साफ पर बेहद सर्द.
किलिमंजारो: अफ्रीकी महाद्वीप का सबसे बड़ा पहाड़ है. किलिमंजारो चोटी से नीचे कुछ भी दिखाई नहीं देता, सिवाय ऊपर के आसमान के. किलिमंजारो कहीं पर एकदम सीधा खड़ा है, तो कहीं पर इतने उतार-चढ़ाव है कि ये बेहद दुर्गम हो चला है.
मॉउंट ख्यूतेन: मंगोलिया की ये पर्वत चोटी दुनिया में भले ही सबसे ऊंची न हो, पर इसपर चढ़ना सबसे कठिन है. लगभग साढ़े चार हजार मीटर ऊंची ये चोटी हमेशा बर्फ से ढकी रहती है. यहां से रूस की सीमा महज 3 किमी दूरी पर है. इस पर्वत चोटी पर हर कदम पर मौत घूमती है. गिनती के लोग ही इसे अबतक फतह कर पाए हैं.
डेमावैंड(इरान): ये इरान की सबसे ऊंची चोटी है. 5500 मीटर ऊंची इस चोटी पर चढ़ने का मतलब है आपने दुनिया की सबसे ऊंची फतह कर ली.
अन्नपूर्णा(नेपाल): अन्नपूर्णा हिमालय रेंज की ही महत्वपूर्ण चोटी है. एवरेस्ट के न मिलने से पहले इसे ही दुनिया की सबसे ऊंची चोटी का दर्जा प्राप्त था. अन्नपूर्णा पर चढ़ना एवरेस्ट से भी कठिन है. खड़ी चढ़ाई, फिर अवरोधों का होना इसे बेहद दुर्गम चोटियों में शुमार करता है.
डेनाली(अलास्का): ये अमेरिकी महाद्वीप की सबसे खूबसूरत चोटी है. ये लगभग 6000 मीटर ऊंची है, पर बिल्कुल शांत. इसकी चुप्पी में लोग अक्सर रास्ता तो भटकते ही हैं, मौत को भी गले लगाते हैं. इस पर तय रास्ते से ही चढ़ा जा सकता है.
इजटाकिहॉत्ल और कितलैल्टेपेत्ल(मैक्सिको): ये दो पर्वत चोटियां हैं. एकदम जुड़वा. इन्हें स्थानीय लोग सोई हुई औरत कहते हैं. ये बेहद दुर्गम तो नहीं है, पर कठिन जरूर है. इस पर चढ़ने वालों की जान का खतरा तो कम रहता है, पर चढ़ना एवरेस्ट से भी मुश्किल.
मॉउंट एल्ब्रस: एशिया और यूरोप के बीच है एल्ब्रस. दो महाद्वीपों और दो देशों मे है इसकी मौजदूगी. साढ़े 5 हजार मीटर की उंचाई पर चढ़ना कभी आसान नहीं रहा.
द मैटरहॉम: स्विट्जरलैंड में स्थित मैटरहॉम पर चढ़ने के लिए कई चोटियों को पार करना पड़ता है. फिर अल्प्स पहाड़ तो कभी भी आसान नहीं रहा. हां, खतरों को पार करने वाले को ही अल्प्स की खूबसूरती दिखती है, तो लोग मैटरहॉम पहुंचने के लिए खतरे उठाते ही रहते हैं.
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