![ब्रेकिंग : सेना के DGMO ने कहा, "न गोली गिनेंगे न लाशें, पूरी छूट है, और उसका फायदा उठाएंगे" Indian Army DGMO ब्रेकिंग : सेना के DGMO ने कहा, "न गोली गिनेंगे न लाशें, पूरी छूट है, और उसका फायदा उठाएंगे" Indian Army DGMO](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEguTL7NmgFXZ8lIENDokaKlRHZUiB5xasPrIDqAMZTdWwgWqfVAklG5OIYr-4v8Tp-ODzYuPxVCv23qYqNJDLbGWMDtWUQ3TfdnAdUKtbhskag0CT0mDDebqB9LhPlZcVWIQHgihMTo3A4/s400/Flipkart-Snapdeal-Merger-Ratan-Tata-Azim-Premji.jpg)
जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के केरन सेक्टर के ठीक सामने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर, पीओके में अथमुगम सेक्टर है जहां नीलम नदी बहती है।
भारत की इतनी बड़ी कार्रवाई के बाद पाकिस्तान ने जम्मू कश्मीर में कई जगहों पर युद्ध विराम का उल्लंघन करना शुरु कर दिया। इसी फायरिंग में जवान मुदस्सर और पुंछ में एक नौ साल की बच्ची सजदा की मौत हो गई।
पाकिस्तानी सेना के जवान उसी नीलम नदी के किनारे गाड़ी में पेट्रोलिंग कर रहे थे। भारत की तरफ से हुई फायरिंग में पाकिस्तान के जवानों की गाड़ी नदी में गिर गई और उसमें सवार चार पाकिस्तानी जवान नदी में डूबकर मर गए।
पाकिस्तान की फायरिंग का भारत ने भी लगातार मुंहतोड़ जवाब दिया, जिसके बाद पाकिस्तान को बैकफुट पर आना पड़ा और कल सुबह पाकिस्तान के डायरेक्टर जनरल मिलिट्री ऑपरेशन मेजर जनरल साहिर शमशाद मिर्जा ने भारत के डायरेक्टर जनरल मिलिट्री ऑपरेशंस लेफ्टिनेंट जनरल ए के भट्ट को फोन किया।
पाकिस्तान के डीजीएमओ ने कहा, ‘’आपके जवानों ने पाकिस्तानी सेना को निशाना बनाया जिससे पाकिस्तान के चार जवानों की मौत हो गई।’’ पाकिस्तान के इस नापाक उलाहने पर भारतीय डीजीएमओ ने कहा, ‘’बॉर्डर पर जो भी युद्ध विराम का उल्लंघन हो रहा है वो आप लोग (पाकिस्तान) कर रहे हैं।
भारतीय सेना सिर्फ उसका माकूल जवाब दे रही है। भारत ने फायरिंग तब की जब आपकी तरफ (पाकिस्तान) से हथियारबंद घुसपैठिए एलओसी पर पाकिस्तानी पोस्ट से भारत में घुसने की कोशिश कर रहे थे। आपको पहले भी बताया जा चुका है कि घुसपैठ को पाकिस्तान से समर्थन दिया जा रहा है। इससे लाइन ऑफ कंट्रोल पर शांति में खलल पड़ रहा है। पाकिस्तानी सेना के समर्थन से स्नाइपर्स भारतीय जवानों को निशाना बना रहे हैं। अपनी सुरक्षा के लिए भारतीय सेना माकूल जवाब देने के लिए स्वतंत्र है।’’
हैरानी की बात ये है कि पाकिस्तानी डीजीएमओ जब भारतीय डीजीएमओ से शांति के लिए बात कर रहे थे तब भी पाकिस्तान की ओर से फायरिंग बंद नहीं हुई थी।
राजौरी में पाकिस्तानी फायरिंग का असर इतना ज्यादा था कि स्कूलों को बंद करना पड़ा। फायरिंग में जख्मी 2 लोगों को अस्पताल ले जाने के लिए घंटों इंतजार करना पड़ा। लोग दहशत में हैं। नहीं जानते कि दहशत की ये जिंदगी कब तक चलेगी।
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