🌷 *गुरुसत्संग स्वामी जी*🌷
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गुरुसत्संग : लाडली श्री राधे Radhe Rani Bhajan Morning Bhajan : GuruSatsang
🙏कठोर व्यवहार करने वालों से कोई बात नहीं करता, मधुर व्यवहार करने वाले सभी के दोस्त होते हैं🙏
🙏कठोर व्यवहार करने वालों से कोई बात नहीं करता, मधुर व्यवहार करने वाले सभी के दोस्त होते हैं🙏
🌷किसी शहर में एक संत रहते थे। उनके अनेक शिष्य थे। वे धर्म और ज्ञान की बातें बहुत ही सहजता से लोगों को समझा दिया करते थे। इसलिए लोग उन्हें बहुत मानते थे। दूर-दूर से लोग उनके प्रवचन सुनने आते थे। बातों ही बातों में वो लोगों की समस्या का समाधान भी कर देते थे।
एक शिष्य ने झांककर देखा और बोला-गुरुदेव, जीभ तो है। इसके बाद उन्होंने एक अन्य शिष्य की ओर संकेत करते हुये दूसरा प्रश्न पूछा- देखो, मेरे मुंह में दांत हैं या नहीं? उस शिष्य ने उत्तर दिया- गुरुदेव, आपके मुंह में दांत तो एक भी नहीं है। संत ने शिष्यों से पूछा- पहले दांत का जन्म हुआ या जीभ का? शिष्यों ने एक साथ उत्तर दिया- जीभ का।
संत ने फिर अपने शिष्यों से पूछा कि- जीभ जो दांत से उम्र में बड़ी है, वह अब भी मौजूद है किन्तु दांत जो जीभ से उम्र में छोटे हैं, नष्ट क्यों हो गये? इस प्रश्न को सुनकर सब शिष्य एक दूसरे का मुंह ताकने लगे। किसी से भी उत्तर देते न बना।
तब गुरुदेव ने उन्हें समझाया- जीभ सरल और कोमल है, इसी से वह अभी तक मौजूद है। दांत क्रूर और कठोर थे इसीलिए जल्दी नष्ट हो गए। तुम भी जीभ के समान सरल और कोमल बनो, दांतों की तरह कठोर नहीं। शिष्यों को अंतिम संदेश देकर संत ने अपनी आंखें सदा के लिए मूंद ली।
लाइफ मैनेजमेंट
कुछ लोगों का व्यवहार बहुत सख्त होता है। वे छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा हो जाते हैं और बिना सोचे-समझे कुछ भी बोल देते हैं। वे ये भी भी नहीं सोचते कि उनके इस व्यवहार का किस पर क्या असर हो रहा है। ऐसे लोगों से कोई भी बात करना पसंद नहीं करता। जबकि जो लोग सबसे मिल-जुलकर रहते हैं, वे सबके प्रिय होते हैं। 🌷
🌷 *GuruSatsang*🌷
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