🌷 *GuruSatsang*🌷
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गुरुसत्संग शब्द : तेरे चरण कमल में अरदास सतगुरु मेरा - Tere Charan Kamal Mein Aradaas Sataguru Mera : GuruSatsang Shabd |
*तेरे चरण कमल में अरदास सतगुरु मेरा।। टेक*
*1. जब तक तन में चले स्वांसा, हर स्वांस में नाम तेरा ।*
*हरपल बना रहे विश्वास सतगुरु,ना डोले मन मेरा ।।*
*2 आंख खुले तो थारा पाऊं दर्शन,थारी मौज में रहूं प्रशन्न ।*
*सुख दुख की ना चिंता व्यापै,हरपल चिन्तन हो तेरा ।।*
*3 जब तन से निकलें प्राण,बस तुम हो वहा विद्यमान ।*
*तेरा तुझको अर्पण करदू, नहीं है कुछ भी मेरा ।।*
*4 धन दौलत मान बड़ाई,ना चाहिये बैकुंठ बैसेरा ।*
*थारै चरणों की गुरु भक्ति मांगू,सीर पे हाथ हो तेरा ।।*
*5 दीन दयालू है कृपालु , साहिब कंवर जी सतगुरु मेरा ।*
*दासलीलू की अर्ज गुसाई, हो चरण कमल में डेरा ।।*
🌷 *गुरुसत्संग*🌷
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