🌷 *गुरुसत्संग शब्द*🌷
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गुरुसत्संग शब्द : हाड माँस की बनी है देही - Haad Maans Kee Banee Hai Dehee : GuruSatsang Shabd |
जपलो राधा स्वामी नाम ।।टेर।।
कुछ भी इसमें शुद्ध नहीं है, नवों द्वार गंदे ही रही है ।
इनमें बर्ते रहना यहीं है,
निज घर अपने कभी न जई हैं ।
मूरख मानव चेत करो, अब बनालो अपना काम (1)
काम चलाने काम है करना,
तृष्णा अग्नि में नहीं जरना ।
फूँक फूँक कर क़दम है धरना,
कर्म करोगे वो ही भरना ।
दूषित कर्मो को करके, यहाँ नहीं होना बदनाम (2)
किसके कारण पाप कमाते,
सब ही यहाँ पर आते जाते ।
कुछ भी नहीं संग में ले जाते,
कर्मो का फल सब हैं पाते ।
भजन ध्यान के कर्म करो,
घट पीवो शब्द का ज़ाम (3)
🌷 *GuruSatsang Shabd*🌷
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